सुनील आर. मंत्री ने 'मानवता धर्म ही सर्वोच्च धर्म' इस विचार को हमेशा आगे रखकर सामाजिक कार्यो में निरन्तर अपना योगदान दिया है। ग्रुप द्वारा किये जाने वाले सामाजिक उपक्रमों का वर्णन इस प्रकार है -
इंद्रदेवजी योग विद्या संस्था -
सुनील मंत्री स्वयं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक है और नियमित योग-साधना करते है। वह मानते है की योग मनुष्यों के लिए आशीर्वाद है। आज विश्वभर में योग का अभ्यास किया जाता है। शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में योग मदद करता है। यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। योग साधना शक्ति और आत्मविश्वास विकसित करता है। योग का प्रचार-प्रसार हो और हर व्यक्ति सेहतमंद रहें इस लक्ष्य के साथ सुनील मंत्री ने वर्ष २०१५ में जलगाँव के निमखेड़ी रोड पर स्थित अपनी जमीन योगा-सेंटर को उपयोग के लिए दी है। 'इंद्रदेवजी योग विद्या संस्था' नाम से शुरू इस योगा-सेंटर में रोज लगभग ३०० साधक निःशुल्क योग साधना करते है। यहाँ हर प्रकार के व्यायाम सिखाए जाते हैं और साथ ही आरोग्य से जुड़े विषयों पर प्रबोधन किया जाता है।
इस्कॉन मंदिर के निर्माण के लिए जमीन का दान -
'अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ' या इस्कॉन ट्रस्ट के द्वारा सम्पूर्ण विश्व में अनेक मंदिर और विद्यालयों का निर्माण किया गया है। अनुशासनता और सभी जाति-धर्म के प्रति समभाव का उपदेश देने वाले इस्कॉन मंदिर के प्रति सुनील मंत्री श्रद्धा रखते है और हर काम जो ईश्वर की सेवा के हेतु किया गया हो उसमे अपना योगदान अवश्य देते है। वर्ष २०१७ में जलगाँव शहर में इस्कॉन मंदिर के निर्माण हेतु सुनील मंत्रीजी ने अपनी ३५,००० वर्ग फुट जमीन इस्कॉन ट्रस्ट को दान-स्वरूप दी है। जल्द ही यहाँ भगवान राधेकृष्ण के भव्य मंदिर का निर्माण किया जाएगा।
दिव्यांग विद्यार्थियों के साथ जन्मदिन मनाना -
सुनील मंत्री को अपने पिता से विरासत में व्यवसाय गुणों के साथ सेवाभाव एवं दातृत्वगुण भी प्राप्त हुए। पिता के दिए उपदेश एवं विचारों पर सुनील मंत्री हमेशा चलते है और अपनी संतान, सहयोगी एवं कमर्चारियों को भी हमेशा यही सिख देते है।
सुनील मंत्री अपना जन्मदिन जलगाँव के दीपस्तम्भ फ़ौंडेशन द्वारा सचांलित 'मनोबल' केन्द्र के दिव्यांग छात्रों के साथ मनाते है। अनाथ और शारीरिक रूप से असमर्थ दिव्यांग छात्रों के निःशुल्क निवास एवं शिक्षा प्रदान करने का कार्य मनोबल करता है। इन्ही छात्रों में सुनील मंत्रीजी ने अपने जन्मदिन के अवसर पर मिठाई, पुस्तके एवं अन्य जरूरतमंद वस्तुओं का वितरण किया और साथ इनके साथ समय बिताकर अपना जन्मदिन मनाते है।